
हिंदी विभाग की वार्षिक रिपोर्ट (2024–25)
हिंदी विभाग प्रभारी प्रो. चित्रा रानी के नेतृत्व में वर्ष 2024–25 हिंदी विभाग के लिए शैक्षणिक, शोध एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से परिपूर्ण रहा। इस वर्ष विभाग ने कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को सृजनात्मक मंच प्रदान किया।
- अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला एवं संगोष्ठी – आचार्य विनोबा भावे जयंती नागरी लिपि परिषद् एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आचार्य विनोबा भावे की जयंती के अवसर पर एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला और संगोष्ठी का आयोजन किया गया।विशिष्ट अतिथिगण:प्रो. प्रेमचंद पतंजलि (अध्यक्ष, नागरी लिपि परिषद्),श्री हरि सिंह पाल (महासचिव),श्रीमती दिव्या माथुर (संस्थापक, वातायन, इंग्लैंड),श्री राम तक्षक (नीदरलैंड),प्रो. सदानंद प्रसाद (प्राचार्य),प्रो. चित्रा रानी (प्रभारी, हिंदी विभाग)इस अवसर पर न्यूयॉर्क से प्रकाशित “सौरभ” और लंदन से प्रकाशित “नगरी संगम” हिंदी पत्रिकाओं का विमोचन किया गया। देश-विदेश से सैकड़ों विद्वानों की ऑनलाइन उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को वैश्विक आयाम प्रदान किया।
- हिंदी पखवाड़ा – सितंबर 2024,दिनांक: 17–26 सितंबर 2024
विभाग द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित हिंदी पखवाड़ा इस वर्ष भी अत्यंत उल्लासपूर्ण रहा।
आयोजित प्रतियोगिताएं: स्वरचित काव्य पाठ,निबंध लेखन,विज्ञापन लेखन,रिपोर्ट लेखन एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता।समापन संगोष्ठी का विषय: “कृत्रिम बुद्धिमत्ता और हिंदी”
मुख्य वक्ता: प्रो. सुधा सिंह (वरिष्ठ प्रोफेसर, हिंदी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय)
अध्यक्षता: प्रो. कुमुद शर्मा (विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय)
वक्ताओं ने AI के वर्तमान व भविष्य की संभावनाओं एवं खतरों पर गहन विचार प्रस्तुत किए।
3. ओपन माइक की शुरुआत वर्ष 2024 में हिंदी ऑनर्स के विद्यार्थियों ने हिंदी के प्रचार-प्रसार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हेतु "ओपन माइक" श्रृंखला की शुरुआत की, जिससे छात्रों को मंचीय आत्मविश्वास और सृजनात्मकता को साझा करने का अवसर मिला।
4. मार्गदर्शन व्याख्यान – 19 सितंबर 2024 संयोजन: प्रो. शशि रानी
वक्ता:श्री अशोक श्रीवास्तव (वरिष्ठ न्यूज़ रीडर, डीडी न्यूज़),सुशीला सिंह (बीबीसी न्यूज़),हिमानी दिवान (आज तक) यह कार्यक्रम पत्रकारिता के छात्रों के लिए मीडिया जगत की वास्तविकताओं को जानने का महत्वपूर्ण अवसर रहा।
5.कार्यशाला – हिंदी विभाग के हिंदी पत्रकारिता और जनसंचार पाठ्यक्रम के द्वारा प्रो. शशि रानी के संयोजन से दिनांक 19 सितंबर 2024को मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।“AI और मीडिया” (21 अक्टूबर 2024) वक्ता:श्री बलूची शर्मा दधीच, डॉ. निमिष कपूर,डॉ. सचिन कुमार,श्री सुशांत मोहन (CEO, DNA Zee News)इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक स्तर पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की मीडिया क्षेत्र में भूमिका को समझाया गया।
6. शोध प्रविधि कार्यशाला – 8 अप्रैल 2025
मुख्य वक्ता: प्रो. जगदीश्वर चतुर्वेदी (लेखक व मीडिया विशेषज्ञ, पूर्व विभागाध्यक्ष, कोलकाता विश्वविद्यालय)
विश्लेषक: डॉ. राजीव रंजन गिरि (हिंदी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय)छात्रों को शोध के तकनीकी पक्षों की गहरी जानकारी प्रदान की गई।
- दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी – 16-17 अप्रैल 2025 विषय: “हिंदी भाषा का वैश्विक परिदृश्य: आर्थिक, राजनयिक और शैक्षणिक संदर्भ” इस अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्देश्य हिंदी भाषा के वैश्विक संदर्भ में उसके आर्थिक, राजनयिक और शैक्षिक महत्व पर विचार-विमर्श करना , आयोजन के माध्यम से हिंदी भाषा के वैश्विक स्तर पर प्रयोग, प्रभाव एवं इसके प्रसार को समझने- विश्लेषित करने का प्रयास तथा यह स्थापित करना कि कैसे एक भाषा के तौर पर अपने विविध अनुप्रयोग के साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिन्दी एक सशक्त माध्यम के रूप में उभरी है।
पहला दिन- दिनांक 17 अप्रैल 2025प्रमुख अतिथि व वक्ता: प्रो.वी. के. जगन्नाथन(भाषाविद् एवं पूर्व निदेशक इग्नू,नई दिल्ली), प्रो. निरंजन कुमार, डीन (योजना संकाय), दिल्ली-विश्वविद्यालय, दिल्ली, श्री विनोद अग्निहोत्री ,सलाहकार संपादक, अमर उजाला, भारत ,प्रो. पंकज त्यागी, चेयरमैन, डॉ. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय, दिल्ली, अध्यक्षीय वक्तव्य – प्रो. सुधा सिंह,अध्यक्षः हिन्दी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय ,वक्तव्य: डॉ. विवेक मणि त्रिपाठी, एसोसिएट प्रोफेसर (हिन्दी), क्वान्ग्तोंग विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, चीन , डॉ. अखिलेश मिश्रा, भारतीय राजदूत, आयरलैंड. आलेख पठन
दूसरा दिन- दिनांक 17 अप्रैल 2025
प्रमुख अतिथि व वक्ता:मनीष राम रक्खा, पूर्व शिक्षा अधिकारी, शिक्षा मंत्रालय,फिजी. विषय- वैश्विक शिक्षा एवं भाषा की भूमिका, प्रो. हिरोयुकी सतो,मुसाशिनो विश्वविद्यालय, टोक्यो,जापान.विषय- जापान में हिन्दी शिक्षा एवं सांस्कृतिक सहयोग.अरूणा धवानाः निदेशक, उत्थान फाउंडेशन,नई दिल्ली. विषय- शिक्षा में नवाचार और सामाजिक समावेश.अध्यक्षीय वक्तव्यः प्रो.के.जी.सुरेश पूर्व महानिदेशक, भारतीय जनसंचार संस्थान,नई दिल्ली, डॉ. रामप्रसाद भट्ट, आधुनिक भारत-विद्या विभाग,हैम्बर्ग विश्वविद्यालय,जर्मनी. डॉ. पुष्पा भारद्वाज वुड: निदेशक, वित्तीय शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र,मैसी विश्वविद्यालय,न्यूजीलैंड.समापन वक्तव्य: प्रो. अनिल राय, वरिष्ठ प्रोफेसर, हिन्दी विभाग,दिल्ली विश्वविद्यालय,दिल्ली.अध्यक्षीय वक्तव्य: पद्मभूषण रामबहादुर राय, वरिष्ठ पत्रकार एवं अध्यक्ष, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र, नई दिल्ली.आलेख पठन और प्रमाण पत्र वितरण।
डॉ. भीम राव अम्बेडकर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यलय) 8 फरवरी 1991 को भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर के जन्म शताब्दी वर्ष के दौरान अस्तित्व में आया । कॉलेज की स्थापना के साथ ही महाविद्यालय में हिन्दी विभाग का आरंभ हुआ इस समय विभाग में 13 शिक्षक – 10 प्रोफेसर,1 एसोसिएट प्रोफेसर तथा 2अस्सिटेंट प्रोफेसर कार्यरत हैं। हिंदी विभाग के अधिकांश शिक्षक कालेज में अध्यापन के साथ-साथ विभाग द्वारा प्रदान पीएच.डी के छात्रों के शोध-निर्र्दशक के रूप में भी कार्यरत हैं।हिंदी विभाग के एक शिक्षक साथी प्रो.स्वराज सिंह ‘बेचैन’ दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। वर्तमान में हिंदी विभाग बी.ए ऑनर्स हिंदी, बी. ए ऑनर्स हिंदी पत्रकारिता एवं जनसंचार के साथ-साथ स्नातक स्तर पर अनेक विकल्पों में बी.ए प्रोगाम और बी.कॉम प्रोगाम के हिंदी पाठ्यक्रम का संचालन कर रहा है। विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य शिक्षण के साथ रंगमंच ,अनुवाद , भाषाविज्ञान ,सिनेमा ,जनसंचार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने और रोजगारोन्मुखी होने में काफी मदद करता है । विभाग सत्र के आरंभ में विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन करता है।हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी विभाग हर वर्ष निबंध लेखन, स्वरचित काव्य पाठ ,वाद विवाद ,विज्ञापन एवं स्लोगन लेखन ,रिपोर्टिंग आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है । इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन करने का उद्देश्य छात्र की छिपी हुई सृजनात्मक प्रतिभा को उभारना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।
हिंदी विभाग विशेष व्याख्यान श्रृंखला के तहत हिंदी के अनेक विद्वानों तथा पत्रकारिता क्षेत्र के प्रमुख हस्ताक्षरों के साथ-साथ अपने महाविद्यालय से उत्तीर्ण बड़े-बड़े पदों पर आसीन प्रतिभावान छात्रों को भी आमंत्रित करता है।उनके व्याख्यान करवाता है। जिससे उन्हें देखकर विद्यार्थी प्रोत्साहित हों ।हमारे महाविद्यालय के अनेक प्रतिभावान छात्र अपने-अपने क्षेत्र में अपना और अपने महाविद्यालय का नाम ऊंचा कर रहे हैं।हिंदी विभाग के द्वारा ऑनलाइन पत्रिका सृष्टि निकाली जाती है ,जिसका संपादन हिंदी ऑनर्स के विद्यार्थी करते हैं।हिंदी पत्रकारिता एवं जनसंचारऑनर्स के छात्र ब्राक मी़डिया नाम से पत्र निकालते हैं जिसमें महाविद्यालय सहित शैक्षणिक गतिविधियों से संबंधी सूचनाएं,आलेख एंव समीक्षा प्रकाशित की जाती है। समय-समय पर विभिन्न विषयों पर संगोष्ठियां, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन भी हिंदी विभाग करता है। "क्लास रूम का सिनेमा "हिंदी विभाग द्वारा चलाए जाने वाली एक कार्यशाला है ,जिसमें विद्यार्थियों द्वारा उनके मोबाइल पर बनाए गए फिल्मों को दिखाया जाता है । साथ ही किसी फ़िल्म समीक्षक या फिल्म निर्माता को आमंत्रित कर फिल्म की बारीकियों से उन्हें अवगत कराया जाता है।हिंदी विभाग का उद्देश्य रोजगारोन्मुखी शिक्षण देने के साथ-साथ भाषा के प्रति रुचि पैदा करना भी है।